2 Line Shayari Rahat Indori

2 Line Shayari Rahat Indori
2 Line Shayari Rahat Indori

आँख में पानी???? रखो होंटों पे चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें ????बहुत सारी रखो !

उस आदमी को???? बस इक धुन सवार रहती है
बहुत हसीन है दुनिया ????इसे ख़राब करूं

ये हादसा तो किसी???? दिन गुजरने वाला था
मैं बच भी जाता तो एक रोज ????मरने वाला था

हम से पहले भी ????मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे
कम से कम राह के पत्थर ????तो हटाते जाते

इन रातों से अपना???? रिश्ता जाने कैसा रिश्ता है
नींदें कमरों में जागी हैं ख़्वाब???? छतों पर बिखरे हैं